भारतीय शेयर बाजार की मूल बातें : Basic of Indian Stock Market
By Stock Market - Admin | December 28, 2023
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शेयरबाजार (Stock Market) क्याहोताहै?
शेयरबाजार एक वित्तीय बाजार होता है जहां व्यक्ति और कंपनियां अपने हिस्सेदारी को बेचते और खरीदते हैं। यह एक स्थान होता है जहां विभिन्न प्रकार की वित्तीय सुरक्षाएँ, जिन्हें शेयर्स कहा जाता है, खरीदी और बेची जाती हैं। ये शेयर्स किसी कंपनी की सहायक सहित अन्य वित्तीय सुरक्षाओं के आधार पर होते हैं।
शेयर बाजार का मुख्य उद्देश्य वित्तीय निवेशकों को एक मंच पर जमा करना होता है, जिसके माध्यम से वे विभिन्न कंपनियों में निवेश करके पैसे कमा सकते हैं। इसके अलावा, शेयर बाजार कंपनियों को उनके विकास के लिए जरूरी पूंजी प्राप्त करने में मदद करता है।
एक व्यक्ति जब शेयर खरीदता है, तो वह वास्तविक रूप में उस कंपनी का हिस्सेदार बन जाता है, और उसका मालिकाना हिस्सा होता है। जब वह कंपनी का हिस्सा खरीदता है, तो उसे उस कंपनी के आत्मिक मौद्रिका का हिस्सा मिलता है, और उसके पास वोटिंग अधिकार होता है कि वह कंपनी के निर्णयों में भाग ले सके।
शेयर बाजार निवेश के लिए एक महत्वपूर्ण साधन हो सकता है, लेकिन यह बाजार बड़े रिस्क के साथ आता है, क्योंकि शेयरों की मूल्य में परिवर्तन हो सकता है, और निवेशकों के पैसे की हानि हो सकती है। इसलिए, शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको अच्छी तरह से सलाह लेनी चाहिए और समझना चाहिए कि यह कैसे काम करता है।
शेयरक्याहोतेहैं?
शेयर (Shares) एक प्रकार की वित्तीय सुरक्षा होती हैं जिन्हें कंपनियां अपने सहयोगीकों यानि हिस्सेदारों के बीच में बाँटती हैं। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप वास्तविक रूप में उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं और आपका मालिकाना हिस्सा होता है। इसका मतलब होता है कि आपकी पास उस कंपनी की संपत्ति में हिस्सा होता है और आपके पास उस कंपनी के निर्णयों में भाग लेने का अधिकार होता है।
शेयर के पासवर्ड का मुद्दा तब आता है जब व्यक्ति एक कंपनी के शेयर्स को खरीदता है, उन्हें उस कंपनी के लिए पूंजी देनी होती है और उन्हें उस कंपनी के कामकाज में भाग लेने का अधिकार मिलता है।
शेयर बाजार में शेयरों की कीमतें नियमित रूप से बदलती रहती हैं और इसमें विभिन्न कारकों का प्रभाव होता है, जैसे कि कंपनी की लाभांश की बढ़ती मांग या कमी, आर्थिक स्थिति, और बाजार की पूंजी में परिवर्तन। इसलिए, शेयर बाजार में निवेश करते समय निवेशकों को बड़े ध्यान से विचार करने और विश्लेषण करके निवेश करना चाहिए।
भारतीयशेयरबाजारकेप्रकार (Types of Indian Stock Markets)
भारत में शेयर बाजार के कई प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
नेशनलस्टॉकएक्सचेंज (National Stock Exchange - NSE): नेशनल स्टॉक एक्सचेंज या NSE भारत का प्रमुख शेयर बाजार है और यह देश के हर कोने से आने वाले निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प है। यहां पर बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदे और बेचे जाते हैं।
बॉम्बेस्टॉकएक्सचेंज (Bombay Stock Exchange - BSE): बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का एक और प्रमुख शेयर बाजार है और इसमें भारतीय और विदेशी कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं।
मल्टी-कॉमॉडिटीएक्सचेंज (Multi Commodity Exchange - MCX): MCX भारतीय कमोडिटी बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यहां पर सोने, चांदी, क्रूड ऑयल, गहनों की ट्रेडिंग की जाती है।
नेशनलकॉमॉडिटीएण्डडेरिवेटिव्सएक्सचेंज (National Commodity and Derivatives Exchange - NCDEX): NCDEX भारत में कृषि और कृषि उपजों के विनिमय के लिए एक प्रमुख बाजार है। यहां पर दलहन, चावल, सोयाबीन, गुड़, जैसी कृषि उपजों की ट्रेडिंग की जाती है।
इन्वेस्टमेंटफंड्स: इन्वेस्टमेंट फंड्स शेयर बाजार में निवेश करने के एक अच्छे तरीके हो सकते हैं। ये फंड निवेशकों के पैसे को किसी संचित वित्तीय उपकरण में निवेश करते हैं, जैसे कि शेयर्स, और उनका प्रबंधन करते हैं।
स्मॉलरएक्सचेंज्स: भारत में कई छोटे और अधिकृत शेयर बाजार भी होते हैं, जिनमें छोटी कंपनियों के शेयर्स खरीदे और बेचे जाते हैं। ये छोटे एक्सचेंज्स विभिन्न राज्यों में होते हैं और निवेशकों के लिए विकल्प प्रदान करते हैं।
ये थे कुछ मुख्य भारतीय शेयर बाजार के प्रकार। आपके निवेश के उद्देश्य और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर आप उनमें से किसी एक को चुन सकते हैं और निवेश कर सकते हैं। ध्यान दें कि शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको सावधानी से सलाह लेनी चाहिए और बाजार के नियमों और नियमाओं को समझना चाहिए।
कैसेशेयरखरीदें?
शेयर खरीदने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
शेयरब्रोकरकाचयनकरें: पहला कदम है एक शेयर ब्रोकर का चयन करना है। शेयर ब्रोकर एक वित्तीय माध्यम होता है जो आपके लिए शेयर खरीदने और बेचने के लिए मध्यस्थ का काम करता है। आप अपने वित्तीय लक्ष्यों, बजट, और आवश्यकताओं के हिसाब से शेयर ब्रोकर का चयन कर सकते हैं।
खाताखोलें: शेयर खरीदने के लिए आपको एक शेयर ब्रोकर के साथ वित्तीय खाता खोलना होता है। आप अपने चयनित शेयर ब्रोकर से संपर्क करके खाता खोल सकते हैं।
शेयरचयनकरें: शेयर खरीदने से पहले, आपको यह निर्धारित करना होगा कि आप किस कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं। इसके लिए आपको उस कंपनी के बारे में अच्छी तरह से अनुसंधान करना होगा, जैसे कि कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य, उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता, और बाजार के लक्षण।
शेयरकीखरीदारी: जब आपका खाता खुल जाता है और आपका शेयर ब्रोकर चयनित शेयर की खरीदारी के लिए तैयार होता है, तो आपको वह शेयर की मूल्य पर खरीदने का आदेश देना होता है। इसके बाद, आपके खाते से पैसे कट जाते हैं और आपके नाम पर शेयर रख दिए जाते हैं।
निवेशकासमयचुनें: निवेश के लिए सही समय चुनना महत्वपूर्ण होता है। शेयर बाजार की स्थिति, बाजार के लक्षण, और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर आपको सही समय पर निवेश करना चाहिए।
निवेशकीनिगरानीरखें: निवेश के बाद, आपको अपने निवेश की निगरानी रखनी चाहिए और बाजार की प्रतिस्पर्धा के साथ समय-समय पर अपडेट करना चाहिए।
यहीं तक, आपको शेयर बाजार में निवेश करने के बारे में सामान्य जानकारी मिल गई है। ध्यान दें कि यह वित्तीय निवेश है और इसमें रिस्क होता है, इसलिए सावधानी बरतना बेहद महत्वपूर्ण होता है। आपको एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना और अपने निवेश के लिए अच्छे तरह से योजना बनाना चाहिए।
रिस्क और सुरक्षा (Risk and Safety) शेयर बाजार में निवेश के महत्वपूर्ण पहलु हैं। इन्हें समझना और प्रबंधन करना आपके निवेश के साथ काम करने में मदद कर सकता है।
रिस्क (Risk)
रिस्क शेयर बाजार में निवेश के साथ जुड़ा हुआ है और यहां कुछ मुख्य प्रकार के रिस्क होते हैं:
मूल्यकापरिवर्तन (Price Volatility): शेयर बाजार में शेयरों की मूल्य में निरंतर परिवर्तन होते रहते हैं, जिससे निवेशकों के निवेश का मूल्य बदल सकता है। यह वोलेटिलिटी निवेशकों के लिए जोखिमपूर्ण होती है.
कंपनीकेलिएवित्तीयरिस्क (Financial Risk): यदि आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो उस कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य और लाभांश की स्थिति पर आपका निवेश प्रभावित हो सकता है।
लिक्विडिटीरिस्क (Liquidity Risk): शेयर बाजार में कुछ शेयर ऐसे होते हैं जिनकी व्यापकता कम होती है, और इन्हें खरीदने या बेचने में समय लग सकता है।
बाजाररिस्क (Market Risk): बाजार रिस्क बाजार के साथ जुड़े आम उतार-चढ़ाव को दर्शाता है और इसके अंतर्गत आता है जैसे कि सामान्य बाजार की प्रतिस्पर्धा, रुझानों, और सामान्य बाजार की स्थिति में परिवर्तन।
सुरक्षा (Safety)
रिस्क को प्रबंधन करने के लिए निम्नलिखित सुरक्षा के माध्यमों का उपयोग किया जा सकता है:
प्रबंधितनिवेशपोर्टफोलियो (Diversified Investment Portfolio): एक अच्छा तरीका रिस्क को कम करने के लिए अपने निवेश को विभिन्न प्रकार के शेयरों और संपत्तियों में बाँटना होता है। यह आपको विभिन्न रिस्क के खिलाफ सुरक्षित रखता है.
निवेशलक्ष्योंकास्पष्टीकरण (Clear Investment Objectives): आपके निवेश के लक्ष्य को स्पष्ट रूप से निर्धारित करना महत्वपूर्ण है, जिससे आप जान सकते हैं कि आपके लिए कितना रिस्क उपयुक्त है।
सहीनिवेशसलाहकारसेसलाहलें (Seek Professional Advice): एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना आपको सही दिशा में मदद कर सकता है और आपके निवेश को सुरक्षित बनाने में मदद कर सकता है.
निवेशकीदृष्टिसेध्यानपूर्वकरूपसेजांचें (Regularly Monitor Investments): निवेश की दृष्टि से ध्यानपूर्वक रूप से निवेशों का मॉनिटर करना और आपके निवेश के लक्ष्यों के साथ मेल खाने के लिए आवश्यक होता है।
रिस्क और सुरक्षा के माध्यमों का उपयोग करके आप अपने निवेश को सुरक्षित और प्राप्तिशील बना सकते हैं, लेकिन आपको अच्छी तरह से समझना चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश के साथ जुड़े रिस्क होते हैं और आपके निवेश का मूल्य बदल सकता है।